
वैभव सूर्यवंशी भारतीय क्रिकेट का एक उभरता हुआ सितारा हैं। बिहार के समस्तीपुर जिले के ताजपुर गांव में 27 मार्च 2011 को जन्मे वैभव ने कम उम्र में ही क्रिकेट जगत में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने सिर्फ 12 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी में बिहार के लिए डेब्यू किया, जो उन्हें सबसे युवा प्रथम श्रेणी क्रिकेट खिलाड़ियों में से एक बनाता है।
2025 में, वैभव आईपीएल नीलामी में शामिल होने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने और राजस्थान रॉयल्स द्वारा 1.1 करोड़ रुपये में खरीदे गए। उनकी बल्लेबाजी शैली आक्रामक है, और वे वेस्टइंडीज के महान खिलाड़ी ब्रायन लारा को अपना आदर्श मानते हैं। वैभव ने जूनियर स्तर पर भी कई रिकॉर्ड बनाए हैं, जिसमें भारत के लिए अंडर-19 में सबसे तेज़ शतक शामिल है।
# खुद का सपना टूटा तो बेटे को बनाया स्टार:-
उनके क्रिकेट करियर की शुरुआत उनके पिता के प्रयासों से हुई, जिन्होंने उनके लिए खेत बेचकर उनके प्रशिक्षण की व्यवस्था की। उनकी मेहनत और प्रतिभा ने उन्हें न केवल घरेलू क्रिकेट बल्कि अंतरराष्ट्रीय अंडर-19 स्तर पर भी पहचान दिलाई है।
वैभव के पिता को शुरू से ही भारतीय टीम में खेलने की चाहत थी। लेकिन कड़ी मेहनत के बाद भी उनका सपना पूरा ना हो सका. इसके बाद उन्होंने अपने बेटे वैभव को खेल में सफलता दिलाने के लिए पूरी मेहनत और संसाधन झोंक दिए. बेटे को नेशनल खिलाड़ी बनने के लिए खुद कोच भी बने और उसे खेल के हर पहलू में प्रशिक्षित किया।
वैभव ने 5 साल की उम्र में टेनिस बॉल से क्रिकेट की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने रणजी ट्रॉफी में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. फिर भारतीय अंडर 19 टीम में जगह पक्की की. अब आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें अपने साथ जोड़ लिया।
# राकेश तिवारी ने किया वैभव के आगे का रास्ता आसान:-
उनके पिता के अनुसार BCA (बिहार क्रिकेट संघ) के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने वैभव सूर्यवंशी की प्रतिभा को पहचानते हुए उन्हें कम उम्र में ही स्टेट खेलने का अवसर दिया. उन्होंने कहा कि उनके विश्वास पर वैभव खरा उतरा और शानदार प्रदर्शन करते हुए अच्छे रन बनाए. इसके बाद वैभव ने चैलेंजर खेल और इंडिया खेला जैसे बड़े प्लेटफार्म पर भी अपनी छाप छोड़ी।
वैभव सूर्यवंशी अभी क्लास 8वीं का छात्र है और इस समय वह एशिया कप खेलने के लिए अंडर-19 टीम के साथ दुबई में है. यह उनके बेटे के लिए एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो उसके क्रिकेट करियर को और ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करेगा।